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इरेटोस्थेनेज एक यूनानी वैज्ञानिक थे। उन्होंने खगोल विज्ञान, भूगोल, और गणित का अध्ययन किया था। इरेटोस्थेनेज पृथ्वी के मापन के लिए प्रसिद्ध है। उन्होंने अपना अधिकांश जीवन मिस्र के अलेक्जेंड्रिया शहर में बिताया था।
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इरेटोस्थेनेज |
इरेटोस्थेनेज का जन्म 276 ईसा पूर्व सिरेन के शहर में हुआ। वर्तमान में यह लीबिया का एक देश है । उन्होंने कुछेक वर्ष एथेंस में अध्ययन किया । तत्पश्चात अध्ययन व अपना अधिकाँश वयस्क जीवन अलेक्जेंड्रिया में बिताया । उनकी मृत्यु 82 साल की उम्र में 194 ईपू में अलेक्जेंड्रिया में हुई । कुछ लोगों का मानना है कि इरेटोस्थेनेज ने अंधा हो जाने के बाद मौत के उद्देश्य से खुद को भूखा रखा । वें आजीवन अविवाहित रहे ।
इरेटोस्थेनेज पृथ्वी के आकार का एक अच्छा माप बनाने के लिए प्रसिद्ध है । उन्होंने यह मापन 240 ईपू के आसपास किया था । वह जानते थे कि साइने के शहर में ग्रीष्म संक्रांति में कुँए की तली पर कोई छाया नहीं होती । उन्होंने इसका सीधा अर्थ निकाला कि साइने में उस दिन सूर्य ठीक सिर पर होना चाहिए । उसी दिन उन्होंने अलेक्जेंड्रिया में एक मीनार की छाया की लंबाई मापी । साथ ही साइने और अलेक्जेंड्रिया के बीच की दूरी भी मापी । इस जानकारी से वें पृथ्वी की परिधि की गणना करने में सक्षम थे । हम उनके सटीक जवाब के बारे में एकदम निश्चित नहीं हैं | क्योंकि जिस इकाइ का उन्होंने प्रयोग किया था उसका दूरी के रूप में कितना मान है हम नहीं जानते है । उन्होंने इस इकाई को ''स्टेडिया'' कहा है ।
प्राचीन काल में अलेक्जेंड्रिया के पुस्तकालय दुनिया में सबसे प्रसिद्ध थे । इरेटोस्थेनेज यहां पुस्तकालयाध्यक्ष के रूप में द्वितीय व्यक्ति थे । पृथ्वी के आकार को मापने के अलावा इरेटोस्थेनेज ने कई अन्य महत्वपूर्ण आविष्कार और खोजें भी की है । उन्होंने अभाज्य संख्याओं को पाने के एक आसान तरीके का आविष्कार किया । अब इस गणितीय पद्धति को इरेटोस्थेनेज की छलनी कहा जाता है । उन्होंने पूरी दुनिया का एक मानचित्र बनाया । वास्तव में इस मानचित्र में दुनिया के मात्र उन हिस्सों को दर्शाया गया जिससे यूनानी तब वाकिफ थे। लेकिन यह अपने समय का सर्वश्रेष्ठ मानचित्र था । इरेटोस्थेनेज ने अक्षांश व देशांतर की प्रणाली और लीप वर्ष वाले कैलेंडर का भी आविष्कार किया था । उन्होंने एक यांत्रिक उपकरण का भी आविष्कार किया जिसका इस्तेमाल खगोलविदों ने कई वर्षों तक यह पता लगाने के लिए किया कि तारें आसमान में कहाँ पर है और वें चलते हुए कैसे दिखाई देते है ( पृथ्वी की गति के सन्दर्भ में )। इस उपकरण को चूड़ीदार गोला कहा गया था । इरेटोस्थेनेज ने सितारों की एक सूचीपत्र भी बनाई जिसमे 675 तारें सूचीबद्ध थे । चन्द्रमा पर एक क्रेटर इरेटोस्थेनेज के नाम पर है ।
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1 टिप्पणियाँ:
Superb explaination
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